पुनर्नवा
आज अधिकतर मनुष्य किसी न किसी रोग एवं शारीरिक रोग से परेशान है, कारण केमिकल युक्त खाद्य पदार्थ एवं असंतुलित आहार | आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन न सिर्फ हमें नया जीवन प्रदान करने में सक्ष्म है अपितु हमारे जीवन को सही दिशा देने में भी लाभप्रद है |
ऐसी ही एक ऊर्जा प्रदान करने वाली एवं पुनः नवयुवक बनाने वाली औषधि हम आपके लिए लेके आए है जिसका नाम है पुनर्नवा (Punarnava)। संस्कृत में इसका अर्थ है – फिर से नया करने वाला | इसका वैज्ञानिक नाम है – Boerhavia diffusa वाले इस पौधे का उपयोग आयुर्वेद में हजारों वर्षों से होता आया है।
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पुनर्नवा खाने के फायदे
पुनर्नवा खासतौर पर अपने मूत्रवर्धक (diuretic), ज्वरनाशक (antipyretic), यकृत (liver) संबंधी और सूजन रोधी (anti-inflammatory) गुणों के लिए जाना जाता है।
पुनर्नवा के प्रकार
मुख्य रूप से पुनर्नवा तीन प्रकार की होती है –
- श्वेत पुनर्नवा (सफेद)
- लाल पुनर्नवा (लाल डंठल वाली)
- नीली पुनर्नवा (दुर्लभ)
आयुर्वेद में सबसे अधिक उपयोग में लाई जाने वाली श्वेत और लाल पुनर्नवा है।
विभिन्न रोगों में पुनर्नवा खाने के फायदे –
गुर्दे (किडनी) रोग में सहायक
किडनी के रोगियों के लिए पुनर्नवा एक महत्वपूर्ण औषधि है, जो किडनी को डेटॉक्स कर शरीर से विषैले पदार्थों को पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने में सहायक है | ये किडनी की सूजन कम करता है एवं किडनी फेल होने से भी बचाता है | किडनी स्टोन में पत्थरचट्टा खाने के फायदे एवं पेंशन की जलन जैसी समस्याओं को दूर करने में पुनर्नवा का काढ़ा बेहद लाभकारी माना गया है।
स्वस्थ लिवर के लिए
किडनी के साथ-साथ पुनर्नवा लिवर की सफाई करने में भी सक्ष्म है | यह हेपेटाइटिस, फैटी लिवर और पीलिया जैसी बीमारियों में उपयोगी होता है। ये यकृत कोशिकाओं की मरम्मत कर, पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है |
सूजन कम करें (Anti-inflammatory)
आंतरिक सूजन से गठिया एवं जोड़ों का दर्द जैसे रोगों की उत्पति होती है | पुनर्नवा आंतरिक सूजन को दूर कर गठिया एवं जोड़ों का दर्द जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है |
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डायबिटीज़ (मधुमेह) नियंत्रित करें
पुनर्नवा रक्त में शर्करा (Blood Sugar) के स्तर को संतुलित करने में सहायक होता है | यह अग्न्याशय (pancreas) को उत्तेजित करके इंसुलिन के स्राव को नियंत्रित करता है। इसलिए यह मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी औषधि है।
ह्रदय को मजबूत बनाए
पुनर्नवा का सेवन ह्रदय की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है | एवं दिल से सम्बंधित बिमारियों का खतरा कम होता है |
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पेट सम्बंधित रोग दूर करें
जिन लोगों का पाचन कमजोर होता है उन्हें अपच, पेट फूलना, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है | पुनर्नवा खाने से आँतों की सफाई होती है एवं भूख अधिक लगती है | इसके नियमित सेवन से पेट संबंधी रोगों में लाभ होता है।
वजन नियंत्रित करें
पुनर्नवा शरीर से अतिरिक्त पानी और विषैले पदार्थों को निकालने में सहायक है, जिससे बढ़ते वजन से रोकथाम मिलती है | मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए यह एक कारगर औषधि है।
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त्वचा रोगों में लाभकारी
औषधि एक फायदे अनेक | पुनर्नवा प्रकृति के द्वारा निर्मित एक ऐसी औषधि है, जिसके उपयोग से त्वचा सम्बंधित रोगों में बेहतरीन परिणाम देखें गए है | यह खून का साफ़ करता है, जिससे फोड़े-फुंसी, खुजली, एक्जिमा और अन्य त्वचा रोगों में लाभ मिलता है एवं त्वचा में निखार आता है |
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण, शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं | जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है एवं सर्दी-जुकाम, बुखार और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
महिलाओं की समस्याओं में गुणकारी
सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं, पुनर्नवा का सेवन महिलाओं की समस्याओं में भी अधिक लाभकारी है | महिलाओं की समस्याएँ जैसे मासिक धर्म की अनियमितता, सफेद पानी की समस्या और गर्भाशय की सूजन | यह हार्मोन संतुलन को सुधारने में मदद करता है।
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पुनर्नवा का उपयोग करते समय सावधानियाँ
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को चिकित्सकीय सलाह से ही सेवन करना चाहिए।
- लंबे समय तक अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में जल की कमी हो सकती है।
- यदि कोई पहले से दवाइयाँ ले रहा है (जैसे डायबिटीज़ या हाई बीपी की), तो डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।