टांगों में दर्द के लक्षण –
टांगों में दर्द के कारण चलने-फिरने, उठने-बैठने में बहुत परेशानी होती है। रोगी को पीड़ा अधिक होने के कारण बेचैनी होती है तथा कूल्हों में भी दर्द होता है।
टांगों में दर्द के करण
यदि कमर के नीचे स्नायू और मांसपेशियों में वायु रुक जाए। तो टांगों में दर्द शुरू हो जाता है। इस स्थिति में वायु बनने वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए |
टांगों में दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए है –
उड़द की दाल, केला, भिंडी, ककड़ी आदि |
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टांगों में दर्द का इलाज
1. पपीते के रस में, अदरक का रस मिलाकर दोनों को आहिस्ता-आहिस्ता मलें।
2. भोजन के साथ 200-200 ग्राम पके पपीते का गूदा खाएं।
3. राई पीसकर, पपीते के गूदे में मिला लें। इस मलहम से टांगों पर लेप करें।
4. पपीते के साथ, अरण्डी की छिली हुई गिरी को पीसकर खाने से टांगों के दर्द से छुटकारा मिलता है ।
5. पके पपीते के गूदे में, लौकी का गूदा मिलाकर चटनी बना लें। इस चटनी का पैरों पर लेप करके, ऊपर से पट्टी बांध लें।