1. शिशिर ऋतु (Winter Season) के माह जनवरी एवं फरवरी –
कफ का संचय ज्यादा या कम शरीर अनुसार ही होता है |
शिशिर ऋतु में क्या खाना लाभप्रद है –
– लाल गुड़ का प्रयोग लाभकारी है
– लाल चावल का प्रयोग करें।
– कच्चे केले की सब्जी खा सकते है |
– कच्चे हरे शलगम लेना लाभप्रद है
– हरे रंग के बैंगन का भड़ता खाना ले सकते है |
2. बसन्त ऋतु (Spring Season) के माह मार्च तथा अप्रैल –
कफ का प्रकोप अधिक
क्या न खाएं
- दूध का प्रयोग रात को ना करें ये। मावा, दूध की बनी बर्फी ना खावे । ये कफ को बढ़ाता है |
क्या खाएं
- शाम को केवल दूध केसर व खजूर काम में ले |
- दूध में किशमिश गर्म पानी से साफ कर के लेवें।
- बादाम गर्म पानी से रात में भिगोकर सुबह ले लेवें, काजू को भी भिगोकर लेवें।
3. ग्रीष्म ऋतु (Summer Season) के माह मई एवं जून
वात का संचय
क्या न खाएं
- कफ बनाने वाली वस्तुएँ जैसा केला, केले से बनी चीजों को ना खाए।
4. वर्षा ऋतू (Rainy Season) के माह जुलाई, अगस्त
पित्त का संचय तथा वात का प्रकोप
क्या न खाएं
- छाछ का प्रयोग कम से कम करें |
5. शरद ऋतु (autumn) – सितम्बर + अक्टूबर
पित्त का संचय + वात का प्रशमन (गिरना), ठण्ड लगना |
हेमन्त ऋतु (Pre-Winter Season) – नवम्बर एवं दिसम्बर
क्या खाएं
- पित्त का प्रशमन लाल गुड़ का व सरसों, तिल का प्रयोग करें।